फेसबुक की सच्ची कहानी

फेसबुक की सच्ची कहानी

'फेसबुक की सच्ची कहानी बस यह है ,
कि हमने हर समय ,
बड़ी मेहनत से काम किया ,
हम 6 साल तक अपने कंप्यूटर पर ,
बैठ कर बस कोडिंग करते रहे |
Mark Zuckerberg'

सबसे बड़ा रिस्क

सबसे बड़ा रिस्क

सबसे बड़ा रिस्क कोई रिस्क ना लेना है ,
इस दुनिया में जो चीज सच में तेजी से बदल रही है,
वह है केवल एक रणनीति,
जिसका फेल होना तय है वो है रिस्क ना लेना |
Mark Zuckerberg

ना कामयाब

ना कामयाब

अगर आप कोशिश करें ,
और उसमे ना कामयाब हो जाएं ,
तो यह बेहतर है ,
और उससे कुछ जरुर सीखें ,
बजाए इसके की ,
आप कुछ करें ही नहीं |
Mark Zuckerberg

 मिशन की प्लैनिंग

मिशन की प्लैनिंग

एक मिशन की प्लैनिंग करना ,
और एक बिजनेस का निर्माण करना ,
साथ-साथ चलता है |
Mark Zuckerberg

विज्ञापन

विज्ञापन

विज्ञापन प्रभावित तभी कर सकता है ,
जब वह उसी चीज से सम्बन्धित हो ,
जिसे लोग पहले से ही ,
करने का प्रयास कर रहे हैं |
Mark Zuckerberg

सीधे शब्दों में

सीधे शब्दों में

सीधे शब्दों में कहें तो –
हम पैसे बनाने के लिए ,
सेवाओं का निर्माण नहीं करते ,
बल्कि हम पैसे बनाते हैं ,
ताकि बेहतर सेवाओं का ,
निर्माण कर सकें |
Mark Zuckerberg

कंपनी

कंपनी

हम कंपनी इसलिए चला रहे है ,
ताकि हम और अधिक लोगों की ,
सेवा कर सके |
Mark Zuckerberg

मैं खुद

मैं खुद

मैं खुद से जो सवाल हर दिन पूछता हूँ,
क्या मैं वो सबसे ज़रूरी काम कर रहा हूँ ,
जो मैं कर सकता हूँ ?
Mark Zuckerberg

लोग

लोग

लोग इस चीज की परवाह नहीं ,
करते कि आप क्या कहते हैं ,
बल्कि वे इसकी परवाह करते हैं ,
कि आप क्या बनाते हैं |
Mark Zuckerberg

सुपर पैशनेट

सुपर पैशनेट

आप उस चीज को खोजिये ,
जिसे लेकर आप सुपर पैशनेट हों |
Mark Zuckerberg